सन् 1983 में अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने के बाद डा. विजय अग्रवाल केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में नियुक्ति के साथ-साथ लगभग 10 वर्षों तक पूर्व राष्टपति स्व. डा. शंकरदयाल शर्मा के निजी सचिव रहे। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अनेक लेखों के साथ-साथ साहित्य, सिनेमा, संस्कृति, भाषा एवं अन्य विषयों पर आपकी लगभग 80 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इनमें हाल में प्रकाषित बेस्ट सेलर सदा सफल हनुमान भी शामिल है।
व्यापार, अध्यापन, प्रशासन तथा देश के साथ-साथ विश्व के 15 देशों की यात्रा ने आपके अनुभव जगत को व्यापक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।मन को जीतो दुनिया जीतो, पढ़ो तो ऐसे पढ़ो व आनंद की प्यालियां आपकी अन्य चर्चित पुस्तकें हैं।लेखक एवं चितंक डा. विजय अग्रवाल एक प्रभावशाली वक्ता हैं। आप कई संस्थानों के अतिथि प्राध्यापक होने के साथ-साथ विभिन्न संस्थानों में जीवन से जुड़े कई विषयों पर कार्यशालाएँ आयोजित करने के लिए भी आमंत्रित किए जाते हैं।
टीवी चैनल जी जागरण पर प्रसारित होने वाला आपका कार्यक्रम सदा सफल हनुमान लोगों द्वारा काफ़ी सराहा गया है। इसी तरह जी न्यूज पर प्रसारित होने वाला कार्यक्रम मंथन के मोती भी पसंद किया जा रहा है। दैनिक भास्कर में भी आपका कालम विकास मंत्र हर बुधवार को प्रकाशित हो रहा है।
डा. अग्रवाल समय एवं जीवन-प्रबंधन के ज्ञाता के रूप में प्रतिष्ठित हैं।
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