शुक्रवार, 29 मई 2009

मुस्कान के महत्व को समझें


इंग्लैंड की होने के नाते वह गोरी-चिट्टी तो थीं ही, छरहरी भी थीं। कद उनका मझोला था। उनकी आंखों में गजब का आकर्षण था। ये वह महिला थीं, जिनकी खूबसूरती और विद्रोही किस्म के किस्सों की डुगडुगी इंग्लैंड में ही नहीं, बल्कि सारी दुनिया में बज रही थी और मैं उन सौभाग्यशाली लोगों में से था, जिन्हें उनसे हाथ मिलाने का अवसर मिला था।
सच कहूं तो वह मुझे सुंदर तो लगीं, लेकिन इतनी नहीं कि दुनिया उन पर मोहित हो जाए। आखिर उनमें कोई तो ऐसी बात थी, जो दुनिया उनकी दीवानी थी। जो बात मैंने महसूस की, वह थी उनके चेहरे पर हमेशा खिली रहने वाली मुस्कान। उनके होंठ ही नहीं, बल्कि उनकी आंखें, उनका चेहरा और यहां तक कि उनकी पूरी देह मुस्कराती हुई नजर आती थी।
मैं यहां जिस महिला की चर्चा कर रहा हूं, वह थीं प्रिंसेस डायना, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। मोनालिसा ने अगर यह सिद्ध किया कि मुस्कान इस दुनिया का सबसे बड़ा रहस्य है तो प्रिंसेज डायना ने सिद्ध किया कि मुस्कान दुनिया का सबसे बड़ा सौंदर्य। भारत में मधुबाला, राजीव गांधी और अक्षय खन्ना जैसी शख्सियतों ने अपनी अनूठी मुस्कान के जरिए इस संदेश को आगे बढ़ाया है।
मुस्कराहट इस धरती पर ईश्वर द्वारा किए गए हस्ताक्षर हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि ईश्वर हमारे अंदर मौजूद है। इसे लाएं क्योंकि यह है। इसे बांटें, क्योंकि यह बांटने से बढ़ती है। यह दूसरों को हर क्षण दिया जाने वाला एक ऐसा अनूठा उपहार है, जिसके लिए कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ता, जबकि इसके बदले में मिलता बहुत कुछ है। क्या इससे भी ज्यादा फायदे का कोई दूसरा सौदा हो सकता है?

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