मंगलवार, 12 मई 2009

सफलता चाहिए तो समय की कद्र करो

यह लगभग 12 साल पुरानी किंतु हमेशा ताजा रहने वाली बात है। तब मैंने एक जरूरी काम से श्री केके बिड़लाजी से समय चाहने के लिए उन्हें फोन किया था। उन्होंने कहा ‘पांच बजे आ जाओ।’ इससे पहले कि इस सफलता की उत्तेजना से असंतुलित हो मैं फोन का रिसीवर रखता, उधर से आई आवाज ने मुझे चौंका दिया, ‘डॉ. अग्रवाल क्या आप जानते हैं कि पांच बजे का मतलब क्या होता है?’

पता नहीं किस ईश्वरीय प्रेरणा ने उस समय मेरे मुंह से यह उत्तर कहलवाया ‘यस सर, मैं जानता हूं कि पांच बजे का मतलब होता है चार बजकर उनसठ मिनट और साठ सैकंड।’ उन्होंने ‘आ जाओ’ कहकर फोन रख दिया। मैं समझ गया कि वहां मैं जिस काम से जा रहा हूं वह काम हो जाएगा, बशर्ते मैं सही समय पर पहुंच जाऊं। मैं वहां सही समय पर पहुंचा और वही हुआ जिसकी मैं उम्मीद लगाए हुए था।

इस छोटी सी किंतु बड़ी घटना ने मेरी चेतना में इस सत्य का बीज डाल दिया कि समय केवल समय भर नहीं होता बल्कि इससे कहीं अधिक यह हमारा चरित्र होता है, हमारी साख होती है। यह अनुशासन के प्रति हमारे सम्मान की भावना तथा इन सबसे अधिक अपने द्वारा दूसरे को दिए गए वचन के प्रति हमारी वफादारी का प्रमाण होता है।

सोचकर देखिए कि यदि मैं अपने ही द्वारा दिए गए समय संबंधी वायदे को निभाने में झूठा सिद्ध हो रहा हूं, तो दूसरों को मेरे द्वारा कही गई ढेर सारी बातों तथा किए गए ढेर सारे वायदों पर यकीन क्यों करना चाहिए। वास्तव में देरी से पहुंचकर हम सामने वाले का न केवल अपमान करते हैं बल्कि वहां जाने से होने वाले अपने लाभ को भी आधा कर देते हैं। दुर्भाग्य यह है कि ये दोनों हमें साफ तौर पर दिखाई नहीं देते।

8 टिप्‍पणियां:

  1. जी हाँ समय ही धन है और समय ही पावर है, सटीक समय पर सटीक काम हमेशा प्रसिद्धी दिलवाता है।

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  2. विजय जी
    मै आपके विचारों से सहमत हूँ कि इंसान को समय की कद्र करना चाहिए . गुजरा हुआ जमाना लौटकर कभी नहीं आता है .बहुत बढ़िया भावपूर्ण विचारणीय पोस्ट. धन्यवाद.

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  3. अच्छी सीख-प्रेरणादायी पोस्ट. आभार.

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  4. प्रेरणास्पद है !
    "अवसर" के बारे में भी कभी बताएं !

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  5. dear sir,
    i haven't read this sort of articles before in my life. i am a very young kid for you but i am highly impressed with your articles and i read most of the articles which can help me better in shaping up of my future...
    thank you very much
    regards
    Anurag

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